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मैं
मैं गुणी हूँ, धनवान हूँसबसे बड़ा, महान हूँ मैं सुंदर और सुशील हूँइस भ्रम में, “मैं” कुलीन हूँ उलझन भी स्वयं बनाता हूँ“मैं” उसमें उलझ भी जाता हूँ रोता हूँ, कभी चिल्लाता हूँभगवान को दोषी ठहराता हूँ “मैं” किसी की नहीं सुनता हूंबस अपनी बुद्धि पर गर्वाता हूँ जब अंत समय को “मैं” पाता हूँसब…
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भोर
शोर मचा क्या भोर हुआदेखो रोशन चहुं ओर हुआकरके चंद्रिका का हरणवो चाँद कहीं ओझल हुआ ।। कौन था वो जो आया थामुझे नींद से जगाया थामेरे जीने का रुख मोड़ गयासुनहरे स्वप्न दिखाने आया था ।। निःस्वार्थ कभी शब्दों से कभी रँगों सेमोह गया मोहक मोहनी हँसी सेहवा के झोंके सा जीवन मे आयाक्षण…
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इस साल देखा
साल दर साल से यह सिलसिला चलता जा रहा हैहर साल की तरह एक साल जाता है नया आता हैयही कोई छः महीने गर्मी के और कुछ छः सर्दी केपर कुछ भी कहो इस साल सा न कभी साल देखा.. पिछले साल में हमने हर साल से अधिक साल देखा..बन्द चार दिवारी में जब देखने…
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बीते 5 साल
ये पांच साल पलक झपकते ही निकल गए .. मानो कल की ही बात हो मैं ऑफ़स में थी और छोटी का फ़ोन आया बोली ब्लॉग क्यों शुरू नहीं करती और लिखती क्यों नहीं? मैंने उसे बोला लिखूंगी.. और फ़ोन रख दिया To be contd..
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गुजराती बोल 🙏
दीपावली पर्व को हम प्रतिवर्ष अत्यंत धूमधाम से मनाते आए हैं परंतु इस कोरोना काल में क्या हम हमेशा की तरह उसी हर्षोल्लास से सुचारू रूप से इसे मना पाएंगे?इस साल महामारी के कारण दो गज की दूरी रखना और मास्क पहनना आवश्यक है, ऐसे में लोगों से मिलना मिलाना भाईचारा बढ़ाना खरीदारी करना इन…
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मंथन अच्छी बातों का
काका श्री से कल फिर से भेंट हुई बातों बातों में बात छिड़ती चली गई, उन्होंने एक बात कही जो मेरे मन को भा गई तो मेरे मुँह से सहसा निकल पड़ा यह अच्छी बात कही काका.. काका कहने लगे !! अच्छी बातों की यही खासियत होती है कि जब भी पढ़ो, सुनो या देखो…
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Dear you
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चलता चल
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मंथन
!! मंथन समय का !! ऐसा नहीं है कि जिस समय को हम खराब मान रहे हैं, या जब हमारा समय खराब आता है और कठीनाईया हमें घेर लेती है तब हमारे आस पास सब कुछ ही खराब हो रहा हो जबकी सत्य यह है कि उस समय हमारे अन्दर इतनी नकारात्मकता भर जाती है…
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Beast
The beast in meI let it freeTo kill the fearTo hear the voiceOf the DevilThe Golden EagleOf my heartHas to gatherThe courage insideAnd fly to reachThe otherside..